बिना झंझट के होम लोन पाएं: भारत में घर खरीदना कई लोगों के लिए वित्तीय सुरक्षा की दिशा में एक बड़ा कदम होता है, लेकिन होम लोन प्राप्त करना अक्सर लंबी प्रक्रियाओं और पेचीदा कागजी कार्यों से भरा होता है। पारंपरिक तरीके से होम लोन लेने में महीनों लग सकते हैं, और कई बार दस्तावेज़ों की कमी या जाँच में देरी के कारण उम्मीदवारी निरस्त भी हो जाती है।
हालांकि, तकनीक की तेजी से प्रगति और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के उपयोग ने इस प्रक्रिया को पूरी तरह बदलने की दिशा में कदम बढ़ाया है। BASIC Home Loan, एक प्रमुख मोर्टगेज फिनटेक प्लेटफॉर्म, ने HOM-i लॉन्च किया है, जो भारत का पहला AI-आधारित होम लोन असिस्टेंट प्लेटफॉर्म है। इसका उद्देश्य होम लोन स्वीकृति को तेज़, स्मार्ट और आसान बनाना है।
HOM-i का उपयोग करके, ग्राहक अब लंबी कागजी कार्रवाई या बैंक की शाखाओं में घंटों इंतजार करने की झंझट से बच सकते हैं। AI प्लेटफॉर्म की मदद से होम लोन एप्लिकेशन प्रक्रिया स्मार्ट, तेज़ और पारदर्शी बन जाती है।
HOM-i: AI का कमाल होम लोन में
त्वरित निर्णय और उपयुक्त लेंडर चयन
HOM-i AI का उपयोग करके होमबायर्स को उनके लिए सटीक और उपयुक्त लेंडर से जोड़ता है। प्लेटफॉर्म तुरंत क्रेडिट चेक करता है, प्रॉपर्टी का मूल्यांकन करता है और व्यक्तिगत लेंडर सिफारिशें प्रदान करता है। ग्राहक टेक्स्ट, वॉइस या वीडियो चैट के माध्यम से प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकते हैं और यह 30+ भारतीय भाषाओं, साथ ही हिंग्लिश में भी उपलब्ध है।
बीटा परीक्षण का प्रभाव
बीटा चरण में HOM-i ने 3 लाख ग्राहक प्रोफाइल और 2 लाख प्रॉपर्टी प्रोफाइल का विश्लेषण किया। इसके परिणामस्वरूप ₹30,000 करोड़ के होम लोन स्वीकृत किए गए। प्लेटफॉर्म को 6 लाख कॉल ट्रांसक्रिप्ट्स और 20 लाख मिनट के एडवाइजर वार्तालाप से प्रशिक्षित किया गया है, जिससे यह ग्राहक व्यवहार और प्राथमिकताओं को समझने में सक्षम है।
HOM-i की प्रमुख विशेषताएं
तेज़ और पारदर्शी लोन प्रक्रिया
Atul Monga, CEO और Co-founder, BASIC Home Loan ने कहा:
“हमारा विश्वास है कि HOM-i भारत में ‘Housing for All’ की दिशा में तेजी लाएगा और होम लोन स्वीकृतियों को तेज़, स्मार्ट और पारदर्शी बनाएगा।”
यह प्लेटफॉर्म लोन एप्लिकेशन के सभी चरणों, जैसे योग्यता जांच, प्रोजेक्ट अनुमोदन और लेंडर चयन, में गति और निश्चितता लाता है।
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व्यापक डेटा और नेटवर्क
HOM-i 100+ लेंडर्स से क्रेडिट और प्रोडक्ट डेटा एकत्र करता है और इसमें 15,000 प्री-एप्रूव्ड लेंडर-बिल्डर कॉम्बिनेशन शामिल हैं। यह प्लेटफॉर्म भारत के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में 20,000 एजेंट्स और 650 जिलों के नेटवर्क से समर्थित है। वर्तमान में, BASIC हर महीने $1 बिलियन से अधिक के होम लोन एप्लिकेशन प्रोसेस करता है।

AI की सटीकता और मशीन लर्निंग
HOM-i साधारण नियम-आधारित निर्णयों का पालन नहीं करता, बल्कि जटिल मामलों को हैंडल करने के लिए एडवांस्ड मशीन लर्निंग का उपयोग करता है। वर्तमान में यह सिस्टम 60–70% सटीकता के साथ काम कर रहा है, और अगले 6–9 महीनों में इसे 90% सटीकता तक पहुँचाने का लक्ष्य है।
HOM-i का लाभ
- तेजी से लोन स्वीकृति – ग्राहकों को लंबे इंतजार और पेचीदा प्रक्रियाओं से बचाता है।
- स्मार्ट लेंडर चयन – ग्राहक की प्रोफाइल और प्रॉपर्टी के अनुसार उपयुक्त लेंडर की पहचान।
- भाषाई बहुलता – 30+ भारतीय भाषाओं में प्लेटफॉर्म का उपयोग।
- ग्रामीण और शहरी पहुँच – एजेंट नेटवर्क और डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से व्यापक पहुँच।
- पारदर्शिता और भरोसा – ग्राहक और लेंडर दोनों के लिए प्रक्रिया को सरल और स्पष्ट बनाना।
निष्कर्ष
भारत में होम लोन प्रक्रिया अब AI की मदद से तेज़, स्मार्ट और पारदर्शी हो रही है। HOM-i प्लेटफॉर्म न केवल लंबी कागजी कार्रवाई और जाँच की समस्याओं को हल करता है, बल्कि ग्राहकों को उनके लिए उपयुक्त लेंडर खोजने में भी मदद करता है।
यह प्लेटफॉर्म विशेष रूप से मध्यम और निम्न-आय वाले घरों के लिए फायदेमंद है, और ‘Housing for All’ के लक्ष्य को पूरा करने में योगदान देगा।
HOM-i का उपयोग करके होम लोन प्रक्रिया सरल, सुविधाजनक और भरोसेमंद बन गई है, जिससे भारत के नागरिक अब आसानी से अपने सपनों का घर खरीद सकते हैं।
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FAQ: HOM-i और AI होम लोन
1. HOM-i क्या है और यह कैसे काम करता है?
HOM-i BASIC Home Loan द्वारा लॉन्च किया गया भारत का पहला AI-आधारित होम लोन असिस्टेंट प्लेटफॉर्म है। यह प्लेटफॉर्म ग्राहकों को उपयुक्त लेंडर से जोड़ता है, क्रेडिट चेक करता है, प्रॉपर्टी का मूल्यांकन करता है और व्यक्तिगत लेंडर सिफारिशें प्रदान करता है।
2. HOM-i का लाभ क्या है?
यह प्लेटफॉर्म तेज़ लोन स्वीकृति, स्मार्ट लेंडर चयन, पारदर्शी प्रक्रिया और व्यापक नेटवर्क प्रदान करता है। यह लंबी प्रक्रियाओं और जाँच के झंझट को कम करता है।
3. क्या HOM-i ग्रामीण क्षेत्रों में भी काम करता है?
हां, HOM-i 650 जिलों में 20,000 एजेंट्स के नेटवर्क से समर्थित है और 30+ भारतीय भाषाओं में उपलब्ध है, जिससे ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों दोनों में इसका उपयोग आसान है।
4. HOM-i का सटीकता स्तर क्या है?
वर्तमान में HOM-i 60–70% सटीकता के साथ काम कर रहा है, और अगले 6–9 महीनों में इसे 90% सटीकता तक पहुँचाने का लक्ष्य है।
5. HOM-i की शुरुआत कब हो रही है?
HOM-i का अर्ली एक्सेस लॉन्च अक्टूबर में होगा, और पूर्ण स्केल रोलआउट नवंबर में शुरू होगा।